जिसके होने से मैं खुद को मुक्कम्मल मानता हूँ,
में खुदा से पहले मेरी माँ को जानता हूँ।
ना आसमां होता ना जमीं होती,
अगर मां तुम ना होती।
मेरी हर कोशिश को खुदा सफल कर देता है
मेरी माँ का होना मुझे मुकम्मल कर देता है।
मां तेरे दूध का हक़ मुझसे अदा क्या होगा,
तू है नाराज तो खुश मुझसे खुदा क्या होगा.
माँ पहले आँसू आते थे तो तुम याद आती थी
आज तुम याद आती हो और आँसू निकल आते है
जो खुद रुलाएं फिर मनाएं वो है पापा
और जो रुलाके खुद रोने लग जाए वो माँ